Google द्वारा अब कॉल रिकॉर्डिंग ऐप्स के साथ कॉल रिकॉर्डिंग नहीं की जा सकेगी। आने वाली 11 मई 2022 से एंड्राइड स्मार्टफोन यूज़र थर्ड पार्टी कॉल रिकॉर्डिंग एप्लीकेशनों द्वारा कॉल रिकॉर्डिंग नहीं कर पाएंगे। इसके लिए Google Play Store (प्ले स्टोर) पर भी बदलाव किये जा सकते हैं और प्ले स्टोर से कॉल रिकॉर्डिंग की सभी एप्लीकेशन भी हटाई जा सकती हैं। इस नए बदलाव के बाद कॉल रिकॉर्डिंग एप्लीकेशन कॉल को रिकॉर्ड करने के लिए Accessibility API (एक्सेसिबिलिटी एपीआई) का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगी।
ये पढ़ें: भारत में Samsung, Realme को पछाड़ Xiaomi बनी सबसे ज़्यादा फ़ोन सेल करने वाली कंपनी; जानें रेस में कौन किस स्थान पर
दरअसल, पहले जब Android 6 चलता था, तब कॉल रिकॉर्डिंग के लिए एक अलग API था, जिसे Google ने उस समय ही बंद कर किया था। यानि असल में कॉल रिकॉर्डिंग Android 6 के दौरान बंद कर दी गयी। इसके बाद Android 10 के समय पर माइक्रोफोन द्वारा कॉल रिकॉर्डिंग पर रोक लगाई गयी। अब थर्ड-पार्टी कॉल रिकॉर्डिंग ऐप्स Accessibility API का इस्तेमाल करके कॉल रिकॉर्डिंग करती हैं और Google का कहना है कि Accessibility API इस चीज़ के लिए नहीं बना है। इसीलिए अब Google थर्ड पार्टी रिकॉर्डिंग ऐप्स को इस API का इस्तेमाल करने से भी रोकेगी।
ये पढ़ें: Samsung Neo QLED 8K और Neo QLED 4K टीवी रेंज भारत में लॉन्च, कीमतें 1,70,000 से 13,00,000 रूपए तक
हालांकि इसका ये मतलब नहीं है कि कॉल रिकॉर्डिंग कर ही नहीं सकते। अगर आपके फ़ोन में प्री-इंस्टॉल्ड कॉल रिकॉर्डिंग या बिल्ट-इन कॉल रिकॉर्डिंग फ़ीचर है, तो वो सामान्य रूप से अपना काम करेगा। लेकिन अब Play Store पर उपलब्ध कॉल रिकॉर्डिंग ऐप्स को डाउनलोड करके, उनसे रिकॉर्डिंग नहीं हो सकेगी।
ये पढ़ें: इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई बैंक दे रहे स्पेशल इंटरेस्ट रेट पर लोन; इस तरह कर सकते हैं अप्लाई
फिलहाल जो कंपनियां अपने फोनों में बिल्ट-इन कॉल रिकॉर्डिंग का फ़ीचर देती हैं, उनमें Xiaomi, और Google Pixel के फ़ोन हैं। Samsung के कुछ स्मार्टफोनों में भी कॉल रिकॉर्डिंग का फ़ीचर आता है। तो इनके साथ आप इस फ़ीचर का लाभ उठा सकते हैं। लेकिन अगर आपके फ़ोन में ये फ़ीचर कंपनी द्वारा नहीं दिया गया है, तो अलग से ऐप डाउनलोड करके कॉल रिकॉर्डिंग की सेवा 11 मई 2022 के बाद नहीं मिल पायेगी।
Δ